बदलते दौर के साथ बॉलीवुड के प्रति भी लोगों का नजरिया बदला है। जहां एक दौर ऐसा भी था जब लोग प्यार मोहब्बत और सदाबहार गीत वाली फिल्मों को देखना ज्यादा पसंद किया करते थे। लेकिन समय के तेजी से बदलने के साथ फिल्म इंडस्ट्री में भी बड़ा बदलाव देखने में मिल रहा है। अब बॉलीवुड फिल्म निर्माता फेमस लोगों के जीवन पर आधारित फिल्म बनाना ज्यादा पसंद करते हैं। समय के साथ दर्शकों में भी इस तरह की फिल्म देखने का जुनून सवार है।

हाल ही में आलिया भट्ट की फिल्म का टीजर रिलीज किया गया है बता दें कि इस फिल्म का नाम गंगूबाई काठियावाड़ी है। लेकिन क्या सभी दर्शक यह जानते हैं। संजय लीला भंसाली की फिल्म में जिस महिला का किरदार दिखाने वाले हैं आखिर वे हैं कौन। सभी इसे जानने के लिए बेकरार है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कौन है गंगूबाई काठियावाड़ी?

दरअसल, गंगूबाई गुजरात के काठियावाड़ की रहने वाली थीं। उनका असली नाम हरजीवनदास काठियावाड़ी था। हरजीवन गुजरात के काठियावाड़ के एक समृद्ध परिवार की बेटी थीं। कहा जाता है कि वो हीरोइन बनने के सपने देखा करती थीं। हालांकि 16 साल की उम्र में ही उन्हें अपने पिता के अकाउंटेंट से प्यार हो गया था जिसके कारण वो मुंबई चली आईं। लेकिन उन्हें क्या पता था लाइफ की असली कहानी शादी के बाद चालू होगी।
500 रुपये में सौदा कर दिया था पति ने
बता दें कि गंगूबाई ने अकाउंटेंट से शादी कर ली, जो उनके जीवन की सबसे बड़ी गलती साबित हुई। धोखेबाज पति ने लालच के चलते महज 500 रुपये के लिए उन्हें कमाठीपुरा पर बेच दिया था। यहीं से हरजीवनदास के गंगूबाई काठियावाड़ी बनने की चौकाने वाली कहानी शुरू हुई।
गंगूबाई बनी मुंबई की सबसे बड़ी फीमेल डॉन
हुसैन जेदी ने अपनी किताब ‘मा-फिया क्वींस ऑफ मुंबई’ में गंगूबाई की कहानी बताई है। उनके किताब के अनुसार मा-फिया डॉन करीम लाला की गैंग के एक आदमी ने गंगूबाई के साथ गलत काम किया था। इसके बाद गंगूबाई ने करीम लाला से मुलाकात कर न्याय मांगा था।

यहां तक कि उन्होंने करीम को राखी बांध कर अपना भाई बना लिया था। इसके बाद पति की धोखेबाजी और समाज की निर्दयता का शिकार हुई गंगूबाई आगे चलकर मुंबई की सबसे बड़ी फीमेड डॉन में से एक बनी। इस कहानी को लेकर ही संजय लीला भंसाली आए हैं। अब देखना होगा कि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर क्या कमाल कर पाती हैं।