कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पिछले कई समय से निजीकरण के खिलाफ आंदोलन कर रही हैं और समय-समय पर मोदी सरकार पर निशाना साध रही हैं। प्रियंका गांधी ने कहा है कि सरकार का यह फैसला गलत है और इसका एकमात्र आधार राजनीतिक है। निजीकरण के विरोध के चलते कांग्रेसी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में भारतीय रेल पर लगे एक निजी विज्ञापन को लेकर प्रियंका गांधी ने आपत्ति जताई।
प्रियंका गांधी के इस वीडियो का सरकार की प्रेस और सूचना इकाई- पत्र सूचना कार्यालय (PIB Fact Check) ने खंडन किया और इसे वीडियो में एडिट कर निजी कंपनी का ठप्पा लगाना बताया।
कांग्रेस पार्टी शुरू से ही निजीकरण को लेकर मोदी सरकार पर आरोप लगाती रही है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया जिसमें प्रियंका ने लिखा भारतीय रेल देश की जनता का अभिन्न अंग है जिसे देश के करोड़ों लोगों ने आगे बढ़ाया है लेकिन मोदी सरकार अब उस पर अपने अरबपति मित्रों का पप्पा लगा रही है। आने वाले समय में मोदी सरकार रेलवे का पूरा हिस्सा अरबपतियों को दे देगी।
देश में मजबूर किसान अपनी खेती-बाड़ी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन मोदी जी इसे भी अपने अरबपति दोस्तों के हाथ में दे देना चाहते हैं। पीआईबी ने प्रियंका गांधी के शेयर किए वीडियो को जब चेक किया तो उन्होंने पाया कि उपरोक्त किया गया दावा गलत है। पीआईबी फैक्ट चेक में ट्विटर के माध्यम से लिखा की फेसबुक पर किया गया भारतीय रेल पर निजी कंपनी का ठप्पा सरकार ने लगवा दिया है दावा पूरी तरह से गलत है।