बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान पिछले काफी समय से लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। बता दें कि उन्होंने अपने 15 साल के रिलेशन को एक पल में ही तोड़ दिया, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने कुछ समय पहले ही अपनी दूसरी पत्नी किरण राव से तलाक ले लिया है और जिसके बाद से ही दोनों अब अलग-अलग रह रहे हैं।
इतना ही नहीं आमिर खान को लेकर चर्चा काफी तेजी से चल रही है कि उनका किसी तीसरी अभिनेत्री के साथ में चक्कर चल रहा है? जिसके कारण उन्होंने इस तरह अचानक ही अपनी दूसरी पत्नी को तलाक दे दिया। वहीं आमिर खान को लेकर अब राजनीति गलियारों में भी खबरें तेज हो गई है। हाल ही में मध्य प्रदेश के मंदसौर से बीजेपी के सांसद सुधीर गुप्ता ने अभिनेता आमिर खान को लेकर बड़ा बयान दिया है। अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टुडे की खबर अनुसार सुधीर गुप्ता ने अभिनेता आमिर खान को लेकर काफी बड़े और भारी शब्दों का उपयोग किया है।
सुधीर गुप्ता ने अपने बयान में कहा है कि आमिर खान जैसे कलाकारों को देश में बढ़ती जनसंख्या से कोई मतलब नहीं है। वह एक ऐसे कलाकार हैं जो जनसंख्या बढ़ाने वाले लोगों में आते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने आगे भी उनकी पत्नी को लेकर कहा कि आमिर खान ने 15 साल के रिश्ते को यूं अचानक ही तोड़ दिया अब उनके बेटे का क्या होगा इस बात का उनको क्या अंदाजा वह तो अब तीसरी की खोज में निकल पड़े हैं?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए जल्दी ही एक कानून लाने का संदेश दे दिया है जिसके तहत 2 बच्चों से ज्यादा होने पर सभी सुविधाओं को निरस्त कर दिया जाएगा ऐसे में इस तरह के समय पर बीजेपी सांसद का आमिर खान को लेकर ऐसा बयान देना कहीं ना कहीं उन्हें भी आमिर खान के इस तरह तलाक लेने से नाराजगी है।
जिस तरह योगी आदित्यनाथ जल्द ही जनसंख्या नियंत्रण के लिए या कानून लाने जा रहे हैं जिसको लेकर अब राजनीति भी काफी गर्म नजर आ रही है बता दे कि एक ओर जहां लोग इन कानून का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इसका विरोध भी किया जा रहा है कई लोगों का तो यह कहना है कि यदि बच्चे भगवान की देन है तो उन पर नियंत्रण क्यों लगाया जा रहा है वहीं कई लोगों का यह भी कहना है कि जनसंख्या नियंत्रण ज्यादा जरूरी है क्योंकि देश में जिस तरह से कुपोषण की स्थिति बढ़ रही है इसके सुधार के लिए जनसंख्या नियंत्रण कानून को लाना सही रहेगा।
एक नजर इस कानून पर डाले तो बता दे कि सरकार ने नई नीति बनाई है जिसके तहत साल 2021 से 2030 तक जनसंख्या नियंत्रण को लेकर खासा ध्यान दिया जाएगा इतना ही नहीं इस दौरान तेजी से कुपोषण के शिकार हो रहे हैं बच्चों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। जिस तरह तेजी से देश की आबादी बढ़ रही है उसी तरह देश में बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ रही है जिसका बुरा असर लोगों पर अभी से पढ़ने लग गया है वहीं नहीं बातों को ध्यान में रखते हुए सरकार इस तरह की नीति पर विचार बना रही है।