बॉलीवुड में अक्सर किसी नामी अभिनेता या डायरेक्टर का नाम मी टू स्कैं-डल में आ जाता है। मूवी में काम देने के बहाने रूपहले पर्दे में नायक की भूमिका निभाने वाले वास्तविक जिंदगी में विलेन बन जाते हैं, ड्र”ग और कामयाबी के न”शे में चूर ये बॉलीवुड हस्तियां स्ट्रगलर का अक्सर शोषण करते है।
कई सामाजिक संघटन और महिला आयोग ने सरकार से इस कास्टिंग काउच को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है। पंतजलि ने भी इसी दिशा में बड़ा कदम उठाया है और एक नई औषधि ” शिथिल लिं-ग ” पर रिसर्च चालू की है, पंतजलि का दावा है कि इस दवा को खाते इंसान भोगी से योगी बन जायेगा, क्लीवेज देखकर भी मन मे कोई बुरे ख्याल नही आयेंगे।
इस औषधि के बाजार में आते ही पतंजलि सरकार से संसद में एक बिल पास कराने पे जोर देगी जिसमें कास्टिंग करने वाले डायरेक्टर को ये दवा लेने अनिवार्य होगा, बाजार में आने से पहले ही इस दवा को कामवाली बाई यूनियन का जोरदार समर्थन मिलने लगा है। यूनियन की अध्यक्ष कांता बाई ने हमारे रिपोर्टर से बातचीत में बताया कि जब मेमसाब घर मे नही होएंगी तब साहब को पहले ये दवा खिलाना माँगता तभीच कोई बाई काम करने जाएगी।