बॉलीवुड इंडस्ट्री से दूर रहने के बाद भी आज भी कई कलाकार ऐसे हैं जिन्हें अपने किरदार के लिए बखूबी पहचाना जाता है उन्होंने ग्लैमर इंडस्ट्री में रहते हुए कई ऐसे किरदार किए जो लोगों के लिए किसी यादगार पल से कम नहीं है। कई कलाकार तो ऐसे भी हैं जिन्होंने छोटे पर्दे पर ऐसे रोल अदा किए हैं जिसके लिए आज भी उन्हें जाना जाता है।
आज हम एक ऐसी ही मशहूर अभिनेत्री के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिन्होंने छोटे पर्दे के साथ ही बॉलीवुड फिल्मों में भी कई अहम किरदार निभाए हैं। जिसके लिए आज भी उन्हें बेहद ही प्यार भी मिलता है और जाना भी जाता है। इस मशहूर अदाकारा का नाम है ललिता पंवार जिन्होंने ‘रामायण’ में मंथरा का किरदार निभा कर करोड़ों भारतीयों के दिल में अपनी जगह बना ली और आज उन्हें घर-घर में जाना जाता है।
कैसे मिला रामायण में मंथरा का रोल
लेकिन क्या आप जानते हैं उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कैसे की और आखिर उन्हें ही रामायण में मंथरा का रोल क्यों दिया गया। तो आइए आपको बताते हैं ललिता पंवार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें, रामायण में ललिता पंवार का रोल जितना पेचीदा था उतनी ही पेचीदा उनकी निजी जिंदगी भी रही है बता दें कि वह एक बिजनेसमैन घर आने से आती है उनके पिता सिल्क और कॉटन के बड़े बिजनेसमैन थे।
लेकिन इसके बावजूद भी वे स्कूल नहीं जा पाई और ज्यादा लंबी पढ़ाई नहीं कर सकी लेकिन ललिता को कलाकारी करने का शौक बचपन से ही था। बता दें कि वे जिस समय पैदा हुए थी। उस समय लड़कियों का स्कूल जाना ठीक नहीं माना जाता था जिसके कारण बेबी शिक्षा का ज्ञान नहीं ले पाए। इतना ही नहीं उनके जन्म का के सभी बेहद ही रोचक है। बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान जब उनकी मां मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंची थी। तो वहीं उन्होंने ललिता पंवार को भी जन्म दिया जिसके कारण उनका नाम अंबिका रखा गया था।
सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्री
बताया जाता है कि वह अपने जमाने की सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अदाकारा भी रही है। और खूबसूरती में भी उनका कोई तोड़ नहीं था। लेकिन उनके साथ एक ऐसा हादसा हुआ जिसमें उनकी खूबसूरती को उनसे छीन लिया। ललिता पंवार ने अपने ही दम पर इंडस्ट्री में बड़ी पहचान बनाई क्योंकि वे जिस दौर में इंडस्ट्री में आई थी। उस समय में फिल्मों में काम करना अभिनेत्रियों के लिए ज्यादा कठिन था और उन्हें खुद ही स्टंट भी करना पड़ते थे लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आगे बढ़ती चली गई।
लेकिन तेजी से कामयाबी के शिखर पर चढ़ रही ललिता पंवार के जीवन में एक दौर ऐसा आया कि उनकी खूबसूरती के साथ उनसे उनका पूरा करियर भी छिन गया। दरअसल, 1942 में ललिता फिल्म जंग-ए-आजादी के एक सीन की शूटिंग कर रही थीं। वहीं फिल्म के एक रोल के लिए ली तो पंवार को भगवान दादा द्वारा थप्पड़ मारा जाना था लेकिन इस दौरान उन्होंने ललिता को इतनी जोर से थप्पड़ मार दिया कि वह सेट पर ही गिर पड़ी।
जिसके बाद उनका डॉक्टरों द्वारा उपचार करवाया गया लेकिन इस दौरान डॉक्टर द्वारा की गई गलती का खामियाजा ललिता पंवार को भुगतना पड़ा और उनकी एक साइड पूरी की पूरी डैमेज हो गई उनको लकवा लग गया। इस हादसे ने ललिता पंवार से उनकी खूबसूरती के साथ उनका करियर भी बर्बाद कर दिया। हालांकि बाद में उन्हें फिल्मों में काम करने का मौका तो मिला लेकिन उनका रुतबा पहले जितना नहीं चल पाया। उन्होंने अपने करियर में 700 से ज्यादा फिल्मों में काम किया हो गई छोटे पर्दे पर भी अभी नहीं किया और वह 1998 को इस दुनिया को अलविदा कह गई।