Airless Tyres: किसी भी प्रकार की गाड़ी में उसका टायर महत्वपूर्ण हिस्सा होता है क्योंकि टायर के ऊपर ही उस वाहन का पूरा दारोमदार होता है। बिना टायर के किसी भी वाहन को चला पाना असंभव है तो ऐसे में कई कंपनी टायर की नई नई तकनीकों पर कार्य करती रहती है। कई वर्षों पहले वाहनों में कड़क मोटा रबर का टुकड़ा लगाया जाता था जो टायर गे रूप में लोहे लकड़ी के रिंग पर लगा होता था। धीरे धीरे रबर के टुकड़ों की जगह ट्यूब टायर ने ले ली तो वही अब ट्यूब टायर की जगह हो ट्यूबलेस टायर ने ले ली है।
आजकल अधिकतर वाहनों में ट्यूबलेस टायर का उपयोग किया जाता है इनकी खासियत यह होती है कि यह जल्दी खराब नहीं होते हैं। छोटे-मोटे पंचर होने पर भी ट्यूबलेस टायर का इस्तेमाल करके लंबी दूरी तक का सफर किया जा सकता है। हालांकि ट्यूबलेस टायर को दुरुस्त करने के लिए बहुत अधिक साधनों की भी जरूरत नहीं होती है इसलिए आज के समय में यह काफी किफायती टायर साबित हो रहे हैं। लेकिन नई-नई तकनीकों के आने के बाद अब इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए अलग तरह के टायर बनाए जाने लगे हैं।
यह भी पढ़ें : ट्यूबलेस या ट्यूब टायर कौन से टायर हैं ज्यादा बेहतर, ये जान लिया तो फिर नहीं खाएंगे धोखा
क्या होते हैं एयरलेस टायर?
तकनीक के विकास के साथ-साथ टायरों में भी अंतर देखने को मिला है आज इस तरह के टायर बनाए जा रहे हैं जिनमें हवा भरने की ही जरूरत नहीं होगी तो इस वजह से यह टायर कभी पंचर भी नहीं होंगे। इस तरह के टायरों को एयरलेस टायर का नाम दिया गया है जिन्हें मिशेलिन और गुड ईयर जैसी कंपनियां बनाती है। इस तरह के टायर को रबड़ के स्पोर्ट्स और बेल्ट का प्रयोग करके बनाया जाता है जिस वजह से इनके अंदर हवा भरने की जरूरत नहीं होती है। अब आपके मन में यह सवाल होगा कि फिर यह टायर वाहन का वजन उठाने के लिए कितने मजबूत होंगे।
एलिस टायर को भारी भरकम वजन उठाने के लिए पतले फाइबरग्लास का उपयोग करके तैयार किया जाता है जिस वजह से यह टायर ना तो कभी फटते हैं और ना ही कभी पंचर होते हैं। इन टायर की सड़क पर गरीब भी काफी मजबूत होती है जिस वजह से सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी देखने को मिलती है। विश्व के सबसे रईस व्यक्तियों और टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क की वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला भी अपने वाहनों में एयरलेस टायर का उपयोग करती है। हालांकि कुछ दिनों पहले आपने एयरलेस टायर का इस्तेमाल करते हुए टेस्ला की गाड़ियों का स्पीड टेस्ट वीडियो ट्विटर पर देखा होगा।
यह भी पढ़ें : टेस्ला में पेट्रोल भरने की कोशिश कर रही थी सोशल मीडिया स्टार, वायरल हुआ वीडियो तो दिया अजीब बयान
एयरलेस टायर के यह है नुकसान
सबसे पहले एयरलेस टायर निर्माण करने वाली कंपनी मिशेलिन है जिनका मानना है कि इस तरह के टायर काफी लंबे समय तक चलेंगे जिससे टायरों के रूप में निकलने वाला स्क्रैप कम होगा। मिशेलिन कंपनी का यह मानना है कि आने वाले कुछ वर्षों में लगभग हर वाहन में ट्यूब और एयरलेस टायर का इस्तेमाल होने लगेगा। हालांकि निर्माता कंपनियां तो इन टायरों के काफी फायदे बताती हैं लेकिन ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट्स का कहना है कि इस तरह के टायर्स लगाने के बाद गाड़ी के माइलेज में काफी अंतर आएगा। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अभी एल एस टायर की लाइफ साइकिल को लेकर भी कोई निश्चित ठोस प्रमाण नहीं है।