Miss Universe: आज के समय में हर खूबसूरत महिला अपने आप को बड़े स्तर पर ले जाने की कोशिशों में लगी रहती है। लेकिन कई बार ऐसा मौका नहीं मिल पाते हैं कि वहां अपनी खूबसूरती के दम पर दुनिया भर में अपने आप को साबित कर सके। क्योंकि हर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए एक समय सीमा होती है। बता दें कि सौंदर्य से जुड़ी आज कई बड़ी प्रतियोगिता होती हैं।
लेकिन इनमें पहुंचना और खिताब जीतना खाफी बड़ा टास्क माना जाता है। लेकिन आज देश ऐसे बहुत से युवा प्रतिभा मौजूद है जिन्होंने इस बड़े मुकाम को हासिल करते हुए अपनी खूबसूरती का डंका देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में बजाया है हाल ही में 21 साल बाद मिस यूनिवर्स का खिताब भारतीय मूल की हरनाज संधू ने अपने नाम किया था। लेकिन इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए इसके कुछ नियम कानून है।
गौरतलब है कि जहां पहले मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए एक समय सीमा बनाई गई थी। जिसमें केवल 18 से 28 साल की कंटेस्टेंट भी भाग ले सकती थी जो भी आ विवाहित होना अनिवार्य था। लेकिन अब इस नियम में बदलाव कर दिया गया है। अब विवाहित महिला भी मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट में पार्टिसिपेट कर सकती है। यह बदलाव 70 साल बाद हुआ है। वहीं अब इस बड़े बदलाव के बाद ऐसी महिलाओं को आजादी मिलने वाली है।
जिन्होंने भी कभी इस तरह के बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए अपनी खूबसूरती का परचम लहराने के सपने देखे थे। आपको बता दें कि यह नियम साल 2023 में होने वाले 72वें मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में देखने को मिलेंगे। बता दें कि भारतीय मूल की कई कंटेस्टेंट द्वारा मिस यूनिवर्स का खिताब अब तक अपने नाम किया जा चुका है। जिनमें सबसे पहले नाम आता है बॉलीवुड अभिनेत्री सुष्मिता सेन का जिन्होंने साल 1994 में मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम किया था। यह नियम उन महिलाओं के लिए किसी बड़े सपने से कम नहीं है जिन्होंने शादी के बाद उम्मीद ही छोड़ दी थी।