उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रहने वाली एक साधारण महिला जो अब अपने लक्ष्य के चलते अलग ही नाम से पहचानी जाने लगी है। महिलाओं के मासिकधर्म में जिन आवश्यक सेनेटरी पैड की जरूरत होती है। गांवों में आज भी सेनेटरी पैड्स को लेकर लोगों में जागरूकता नहीं है। शहरों के आसपास के छोटे इलाके जहां पर महिलाएं आज भी सेनेटरी पैड्स नामक एक आवश्यक जरूरत से परे है जो महिलाओ को मासिक धर्म में होने वाले विभिन्न तरह के इन्फेक्शन और बीमारियों से बचाता है।
इसी कड़ी में महिलाओं को जागरूक बनाने के लिए इंटर कॉलेज में अंग्रेजी व्याख्याता वंदना सिंह जो प्रयागराज के सोरांव शहर से है जो लड़कियों और महिलाओं को जागरूक करने के इस प्रयास में “पैड वुमन” के नाम से मशहूर हो गई है।
वंदना सिंह ने “पैड वुमन” के नाम से इतनी ख्याति बना ली है कि अब वह जहां जाती है वहां लड़कियां और महिलाएं उन्हें अगली दफा आने का न्योता पहले से ही दे दिया करती हैं और उनका इंतजार करती है। वंदना सिंह का कहना है उनका लक्ष्य 5 लाख सेनेटरी पैड का वितरण करना है। वर्तमान में वह 1 लाख 25 हजार सेनेटरी पैड्स वितरण कर चुकी है।
आपको बता दें कि “पैड वुमन” सप्ताह में एक बार 500 से 1000 तक के सेनेटरी पैड्स वितरण करती हैं और अपने इस लक्ष्य को पूरा करने में अब उनका सहयोग अन्य महिलाओं और लड़कियों द्वारा भी किया जा रहा है। “पैड वुमन” चाहती है किस शहर से लेकर गांव तक हर महिला जागरुक हो और अन्य महिलाओं को भी जागरूक करें।