मोनालिसा की पेंटिंग के बारे में आज हर शोधकर्ता अपने अपने तरीके से शोध करने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन पेंटिंग के रहस्य को समझाने में आज तक कोई सफल नहीं हो पाया लोग आज भी मोनालिसा की इस पेंटिंग को देखकर खासा प्रभावित होते हैं आइए जानते हैं पेंटिंग बनाने वाले कलाकार लोनारदो द विंची और उनके द्वारा बनाई गई मोनालिसा की पेंटिंग के बारे में कुछ महत्वपूर्ण पहलू।
मोनालिसा के पेंटिंग के बारे में जानने से पहले आपको बताते हैं पेंटिंग को बनाने वाले कलाकार के बारे में जिनका नाम लेनारदो द विंची था लेनारदो द विंची की पेंटिंग करने का शौक बचपन से ही था इसी के साथ साथ विंची अपने खास प्रतिभा के नाम से भी प्रसिद्ध थे, अपने इस हुनर को उन्होंने बचपन से ही फॉलो किया और विंची आज विश्व प्रसिद्ध मोनालिसा की पेंटिंग के लिए जाने जाते हैं।
इटली शहर में जन्मे विंची दिमागी तौर पर बेहद इंटेलीजेंट थे और इसी का प्रयोग वह अपनी पेंटिंग के जरिए लोगों तक पहुंचाया, मोनालिसा की पेंटिंग भी उसी प्रतिभा का एक हिस्सा है, पिता ब्यूरो द विंची ने अपने बेटे के इस हुनर को पहचाना और प्रोत्साहित करने मैं पीछे नहीं हटे विंची ने पिता के कहे रास्ते पर चलने की ठान ली पिता को पता था विंची अपने आर्ट को लेकर बेहद ही गंभीर है इसीलिए हर संभव प्रयास पिता द्वारा भी किया गया।
इसके बाद विंची आर्ट की दुनिया में निकल पड़े और आगे की पढ़ाई के लिए पेरिस की ओर कदम बढ़ा लिया पिता द्वारा बताए गए हर कदम पर विंची ने सफलता हासिल की। लेनारदो द विंची ने मोनालिसा की पेंटिंग बनाने से पहले कई तरह की छवि अपने दिमाग में रखी थी, कई खोजकर्ता का कहना है कि यह एक बहुत बड़ा रहस्य है कि आखिर मोनालिसा की पेंटिंग विंची के दिमाग में छवि के रूप में कैसे आई, कहा जाता है की कई तरह की कहानियां इस रहस्य के पीछे हैं। जो कभी सामने नहीं आ पाई किसी का मानना है कि यह पेंटिंग विंची ने एक व्यापारी की पत्नी को देखकर बनाई थी और किसी का मानना है कि यह विंची की स्वयं की इमैजिनेशन है, क्योंकि मोनालिसा की कोई आईडेंटिटी नहीं है कि यह किसकी तस्वीर है या किन प्रभावित होकर विंची ने यह तस्वीर बनाई।
खोजकर्ता द्वारा जब इस पेंटिंग के बारे में जानने का प्रयास किया गया तो अविश्वसनीय पहलू सामने आने लगे। सबसे पहले आपको बताते हैं कि यह पेंटिंग कैसे बनाई गई जो एक बहुत बड़ा रहस्य है, पहले ही यह रहस्य सुलझा नहीं था कि पेंटिंग किसकी है, खोजकर्ता के लिए यह एक बहुत ही बड़ी चुनौती था जब पेंटिंग को करीब से देखा गया तो पेंटिंग में बहुत ही छोटे लेटर लिखे हुए थे जो वर्तमान में धुंधले हो गए हैं क्योंकि मोनालिसा की यह 500 साल पुरानी है, पेंटिंग में उन छोटे लेटर में क्या लिखा था कुछ अक्षर तो समझने योग्य थे पर कुछ अक्षर समझना आज तक खोजकर्ता के लिए एक चुनौती बना हुआ है।
विंची ने इस पेंटिंग को 1503 में बनाना शुरू किया था पेंटिंग विंची ने तैयार कर ली लेकिन मोनालिसा के होट बनाने में विंची को करीब 12 साल लग गए जो काफी लंबा समय होता है ऐसा क्या रहस्य था कि विंची को 12 साल सिर्फ मोनालिसा के होट बनाने में लगे? मोनालिसा की पेंटिंग की कीमत करीब 6.4 हजार करोड़ रुपए बताई जाती है।
आइए जानते हैं मोनालिसा की पेंटिंग से जुड़े रहस्य के बारे में:-
मोनालिसा की पेंटिंग में कई लोगों को अलग-अलग भाव नजर आते हैं लोगों का कहना है यह विंची की ही इमैजिनेशन है जो उन्हीं की छवि में पेंटिंग के तौर पर बनाई कई लोगों को मोनालिसा की पेंटिंग में हंसते हुए भाव नजर आते हैं तो कभी इनोसेंस नजर आता है, कई लोगों को लगता है कि यह पेंटिंग एक दुखी महिला को प्रदर्शित करती है, तो कई लोगों को लगता है कि यह घमंडी लड़की की तरह दिखती है पेंटिंग मैं मोनालिसा के बालों को खुला रखा हुआ है और उनकी आंखें नम नजर आती है हल्की सी मुस्कान लिए मोनालिसा कि पेंटिंग अलग-अलग एंगल से अलग-अलग रूप में दिखाई देती है।
जो लोगों के लिए एक बहुत बड़ा आश्चर्य का कारण बना हुआ है खोजकर्ता के लिए यह एक सबसे बड़ा रहस्य है की पेंटिंग को अलग-अलग एंगल से देखने पर यह है अलग रूप में प्रतीत होती है कुछ समय के लिए मोनालिसा की पेंटिंग को फ्रांस के एक म्यूजियम में रखा गया था लेकिन यह पेंटिंग साल 2011 चोरी हो गई कुछ समय बाद जब पेंटिंग मिली तो यह पेंटिंग वैसे ही थी जिस हालातों में चोरी की गई थी।
लेकिन इस पेंटिंग की सिक्योरिटी अब और ज्यादा जरूरी हो गई थी। इसीलिए इसे बुलेट प्रूफ कैबिनेट में रखा गया मोनालिसा की पेंटिंग को चोरी करने का आरोप एक मशहूर पेंटर के ऊपर आया जिनका नाम पाब्लो पिकासो था जो स्वयं एक महान पेंटर है और अपने पेंटिंग के लिए विश्व में जाने जाते हैं बाद में पूछताछ के बाद उनके इस आरोप को हटा दिया गया। खोजकर्ता के लिए एक रहस्य और था मोनालिसा की पेंटिंग में उनकी आइब्रोज नहीं है क्या यह पेंटिंग अधूरी थी क्या विंची इसे पूरा करने में सफल नहीं हो पाए थे या फिर एक प्रथा के चलते आइब्रोज नहीं बनाई गई ।
ऐसा माना जाता है उस दौर में वैश्या औरतों का आइब्रो को शेव करना एक फैशन था कहा जाता है विंची ने मोनालिसा की पेंटिंग में इस फैशन को दर्शाया है जिसमें मोनालिसा काफी सुंदर दिखाई दे रही हैं वहीं दूसरे खोजकर्ता का यह मानना है क्या आइब्रोस है पर वह बहते धुंधली हैं, कि विंची ने इसे स्वयं की छवि दी है जब विंची और मोनालिसा की तस्वीर को कंपेयर किया गया तो बहुत हद तक इसमें विंची की ही छवि दिखाई दी जो हैरान करने वाली थी तो क्या यह विंची की यह छवि थी? क्या विंची ने स्वयं के लिए छवि पेंटिंग के तौर पर बनाई? यह रहस्य आज भी बना हुआ है जिस पर शोधकर्ता आज भी कार्य कर रहे हैं
शोधकर्ताओं ने जब मोनालिसा पेंटिंग को करीब से देखा तो पता चला कि यह पेंटिंग 30 लेयर से बनी हुई है और सभी लेयर 40 माइक्रोमीटर से भी कम है जिसे विंची के अलावा और कोई नहीं बना सका शोधकर्ताओं ने यह भी बताया कि मोनालिसा की आंखों में कुछ ऐसा लेटर मिले “The ans lies here” जिसका अर्थ है “उत्तर यहां है”जहां इसे लिखा गया है वहां से मोनालिसा की पिक्चर को ऑपोजिट डायरेक्शन में जोड़ने पर एक एलियन की छवि नजर आती है यह बताया एक वेबसाइट ने जो पैरानॉर्मल एक्टिविटीज पर रिसर्च के जरिए मोनालिसा की पेंटिंग पर तर्क देती है।
आखिर विंची मोनालिसा के इस पेंटिंग के जरिए क्या बताना चाह रहे थे क्या आज तक सिद्ध नहीं हो पाया शोधकर्ताओं द्वारा आज भी इस पेंटिंग पर शोध लगातार चल रहा है जिसे समझने में कई पहलू सवाल के तौर पर खड़े हो जाते हैं जिन्हें सुलझाना आज भी असंभव है।
आपको बता दें कि पैरिस में मोनालिसा की इस पेंटिंग को लेकर कई घटनाएं सामने आई हैं जो रहस्य बनी हुई है पेंटिंग में मोनालिसा स्माइल को देखकर 1852 में लूस मैस्पैरो नाम के शख्स ने होटल की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली थी और उन्होंने एक लेटर भी छोड़ा था जिसमें उन्होंने मोनालिसा की छवि से आकर्षित होने की बात कही थी। शोधकर्ताओं की रहस्यमई खोज आज भी जारी हैं जो विंची और मोनालिसा के संबंध को स्पष्ट तौर पर बताने में असमर्थ है।