आज के दौर में लोगों के दिलों दिमाग पर संगीत की दीवानगी भी इस कदर छाई हुई है कि वे संगीत को पाने के लिए काफी ज्यादा पैसे खर्च करने को भी तैयार रहते हैं आज बाजार में संगीत से जुड़े ऐसे कई इंस्ट्रूमेंट मौजूद हैं जिनकी कीमत लाखों में आकि जाती है। लेकिन लोगों की संगीत के प्रति दीवानगी इतनी ज्यादा है। कि एक अच्छे संगीत को पाने के लिए वे कितने भी पैसे खर्च करने को तैयार है।
समय के साथ साथ आज मनोरंजन दुनिया में एक से बढ़कर एक संगीतकार मौजूद है लेकिन आज भी कई नाम है ऐसे हैं जो लोगों की जुबां पर बने हुए रहते हैं। और उनके संगीत की दीवानगी लोगों में इतनी ज्यादा है कि बिना किसी झिझक के आज भी लोग उनके संगीत को सुनना काफी ज्यादा पसंद करते हैं। ऐसा ही एक नाम आता है कैलाश खेर का जिन्हें संगीत मानों विरासत में ही मिला हो। कैलाश खेर ने अपने संगीत से आज सभी लोगों को काफी दीवाना बनाया आज भी उनके संगीत लोगों की जुबां पर बने हुए रहते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं इतनी बड़ी सफलता को पाने के लिए कैलाश खेर को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा था। उनका यहां तक का सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है तो चलो आज हम आपको कैलाश खेर के जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातों से रूबरू करवाते हैं जिससे आप शायद आज तक अनजान रहे होंगे। कैलाश खेर की गिनती आज बॉलीवुड इंडस्ट्री में सबसे सफल और टॉप संगीतकारों में की जाती है लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखने से पहले उन्होंने काफी संघर्षों का सामना भी किया है।
मशहूर गायक कैलाश खेर का जन्म मेरठ उत्तर प्रदेश में हुआ था बता दें कि उनके पिता एक कश्मीरी पंडित थे। जिन्हें भी संगीत में काफी ज्यादा रुचि थी। कैलाश खेर के पिता को लोकगीतों शुरू से ही काफी ज्यादा लगा था यही कारण है कि कैलाश खेर ने भी अपने बचपन से ही संगीत को समझना चालू कर दिया था यही कारण रहा कि आगे चलकर उन्होंने भी अपने कैरियर को संगीत में ही बनाने का विचार बनाया जो आज उन्हें इतनी बड़ी सफलता तक ले आया है।
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कैलाश खेर ने अपनी छोटी उम्र में ही गाना चालू कर दिया था बता दे कि वे जब 4 साल के थे जो अपने पिता के साथ में कई कार्यक्रमों में गाया करते थे लेकिन उनकी रूचि फिल्म इंडस्ट्री में गाए जाने वाले गानों को लेकर काफी ज्यादा थी। लेकिन उनके पिता को बॉलीवुड इंडस्ट्री में बिल्कुल भी लगाव नहीं था। और वे इन संगीत से काफी ज्यादा नफरत करते थे। लेकिन गानों के प्रति अपनी दीवानगी को देखते हुए कैलाश खेर ने 14 साल की उम्र में अपने घर तक छोड़ दिया था। क्योंकि वे बॉलीवुड में अपना करियर बनाना चाहते थे।
घर छोड़ने के बाद में कैलाश खेर को अपना आगे का सफर खुद ही तय करना था। लिहाजा उन्होंने दिल्ली में ही अपना खर्चा चलाने के लिए बच्चों को संगीत की शिक्षा देना चालू कर दिया। बताया जाता है कि उस दौरान वे मात्र ₹150 रुपए में बच्चों को संगीत सिखाया करते थे। और इन्हीं पैसों से अपना गुजारा करते थे और खुद भी संगीत की शिक्षा लिया करते थे। लेकिन कैलाश खेर के जीवन में सबसे बड़ी परेशानी यही से चालू हो गई जिसका अंदाजा भी उन्होंने नहीं लगाया था।
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कैलाश खेर ने अपना करियर बिजनेस में बनाने की सोची और उन्होंने अपने दोस्त के साथ मिलकर छाल साल 1999 में एक बिजनेस चालू किया लेकिन इसमें उन्हें काफी ज्यादा घाटा लग गया। इतना ही नहीं इस घाटे से वे इतने ज्यादा डिप्रेशन में चले गए कि उन्हें अजीबोगरीब ख्याल आने लगे, एक समय ऐसा भी आ गया था कि कैलाश खेर अपने जीवन को यहीं समाप्त करना चाहते थे।
लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और दिल्ली छोड़कर ऋषि केश आ गए। और यही साधु-संतों के बीच में रहकर अपना जीवन यापन करने लगे और यहीं से उन्होंने भजन गाना भी चालू कर दिया था। यहीं से उनके जीवन में एक बार फिर संगीत के प्रति दीवानगी जागी और उन्होंने मुंबई की ओर अपना रुख कर लिया। यहां आते ही उन्होंने कई छोटे-मोटे काम करते हुए अपनी पहचान बनाई बाद में उनकी मुलाकात संगीतकार राम संपत से हुई जिन्होंने कैलाश खेर को कई मौके दिए और कैलाश खेर ने भी यह साबित कर दिया कि वह भी एक शानदार गायक है।
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यहीं से कैलाश खेर की किस्मत चमक गई और वह रातो रात एक बड़े स्टार बन गए इतने ही नहीं आज उनकी गिनती बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे अच्छे संगीतकार को मैं की जाती है उन्होंने फिल्मी गानों के अलावा कई सुपरहिट सुपरहिट भजन भी गाए हैं बता दें कि उन्होंने साल 2009 में शीतल से शादी की उसके बाद से ही वह अपना सुखी जीवन जी रहे हैं।