Rishabh Pant Accident: भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर ऋषभ पंत का शुक्रवार तड़के एक्सीडेंट हो गया था। दुर्घटना इतनी खतरनाक थी कि ऋषभ पंत को कांच तोड़कर अपनी मर्सिडीज़ कार से बाहर निकलना पड़ा। ऐसे में हरियाणा राज्य परिवहन निगम के दो शख्स उनके लिए देवदूत बनकर आए और मदद की। हरियाणा राज्य परिवहन निगम ने भी अपने हिंदू कर्मचारियों का सम्मान किया है। इंदौर कर्मचारियों ने ही ऋषभ पंत को आग लगने के बाद लग्जरी कार से बाहर निकालने में मदद की थी।
हरियाणा राज्य परिवहन निगम के चालक और संवाद सुशील कुमार और परमजीत को शुक्रवार शाम को सम्मानित किया गया है। दोनों ही कर्मचारी हरियाणा राज्य परिवहन निगम के पानीपत डिपो में कार्य करते हैं। पानीपत डिपो के महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने कहा कि दोनों ही कर्मचारियों को पानीपत लौटने पर सम्मान प्रशंसा पत्र और एक स्मृति चिन्ह दिया गया है।
बस के ड्राइवर और कंडक्टर बने देवदूत
उन्होंने कहा कि बस के संचालक सुशील कुमार ने ऋषभ पंत की कार को डिवाइडर से टकराते हुए देखा था जिसके बाद उन्होंने बस रोकी और परमजीत के साथ मदद के लिए आगे आए। महाप्रबंधक कुलदीप जांगड़ा ने दोनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि दोनों ही कर्मचारियों ने मानवता की एक अनूठी मिसाल पेश की है।
ऋषभ पंत हरिद्वार जिले में सुबह करीब 5:30 बजे अपनी लग्जरी मर्सिडीज़ कार से दिल्ली जा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक वह अपनी कार में अकेले थे और अपनी मां को सरप्राइस देने के लिए उत्साहित है। अकेले ही अपनी कार ड्राइव करते हुए ऋषभ पंत दिल्ली की ओर जा रहे थे तभी उन्हें नींद की झपकी लगी और कार डिवाइडर से टकरा गई।
Haryana Roadways Driver and Conductor who saved Cricket legend Rishabh Pant awarded in Panipat Haryana India
— Dr Gill (@ikpsgill1) December 30, 2022
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उसी समय वहां से गुजर रहे हरियाणा रोडवेज की बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने मिलकर उनकी मदद की और अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम भी किया। कर्मचारियों ने बताया कि हादसा इतना गंभीर था कि कार पूरी तरह से जल चुकी थी। ऋषभ पंत का इलाज कर रहे हैं डॉक्टर सुनील नागर ने बताया कि उन्हें सिर पर और घुटने में चोट आई है और बाकी जांच अभी चल रही है।