हिंदी सिनेमा में कई दशकों से लव स्टोरी पर आधारित फिल्म बनाई जा रही है। जिन्हें देखना लोग बेहद ही पसंद भी करते हैं। लेकिन क्या आपको पता हैं। साल 1990 में आई फिल्म आशिकी ने आज भी लोगों के बीच अपनी लोकप्रियता बनाई है। चाहे इस फिल्म को रिलीज हुए 3 दशक हो गए हो लेकिन आज भी लाखों फैंस आशिकी के आशिक है।
बता दें कि फिल्म को लोगों ने स्टोरी के अलावा गानों के लिए ज्यादा पसंद किया है। पूरी फिल्म लगभग 9 गाने हैं। लेकिन आज भी हिट है। लोगों की जुबां पर आज भी आशिकी के सारे गाने रहते हैं। फिल्म को बतौर महेश भट्ट ने बनाया है। जो शुरू से ही लव स्टोरी पर आधारित फिल्म ज्यादा बनाते हैं। बता दें कि इस फिल्म ने रिलीज होने के बाद बॉक्स ऑफिस पर नई उचाईयों को छुआ था। लोगों में इस फिल्म को देखने को लेकर इतनी ज्यादा दीवानगी थी कि हाथों-हाथ ही सिनेमा हॉल फुल हो जाया करते थे।
इस फिल्म को आज भी रोमांटिक फिल्म के श्रेणी में टॉप 10 की सूची में रखा है। फिल्म में राहुल रॉय और अनु अग्रवाल ने लीड रोल निभाया था और नदीम-श्रवण ने इस फिल्म को अपना संगीत दिया था। बता दें कि इस फिल्म में कई बड़े बड़े कलाकरों ने अपनी अदाकारी दिखाई है। मशहूर संगीतकार उदित नारायण, कुमार सानू, अनुराधा पौडवाल, और नितिन मुकेश ने नदीम-श्रवण के संगीत को अपनी आवाज़ से सजाया था।
गाने को फिल्मफेयर अवार्ड से किया गया सम्मानित
जहां बॉलीवुड के इन दिग्गज कलाकारों ने अपना फिल्म को हिट करने में अहम योगदान दिया। तो वहीं इन सदाबहार गीतों को लिखने का काम समीर ने किया जिनकी कलम से ये हिट गीतों को लिखा गया। बेस्ट सान्ग फिल्मफेयर अवार्ड मिला था “नज़र के सामने जिगर के पास कोई रहता है” गाने को।
लेकिन क्या आपको पता है कि फिल्म को कई अवॉर्ड भी मिले थे। जिसमें फिल्म का सबसे सुपरहिट गाना “नज़र के सामने जिगर के पास कोई रहता है” है। भी शामिल हैं। बता दें कि फिल्म के सारे गाने हिट है। लेकिन इस गाने को 1991 में बेस्ट सान्ग का फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया था। यह गाना अपने आप में ही बहुत कुछ बयां करता है। इसलिए ही लोगों के दिल के आज भी बहुत करीब है। यह गाना।
अपनी मोहब्बत के नाम लिखा था गीत
बड़ी बात तो यह है कि फिल्म ने जिस तरह से लोगों के दिल में अपनी जगह बनाई। उससे कई ज्यादा तेजी से फ़िल्म का यह गाना लोगों के बीच वायरल हुआ। बताया जाता है कि इस गाने को लिखने वाले समीर ने अपनी मोहब्बत के नाम इस गाने को लिखा था। बहुत कम लोग जानते हैं पर समीर अपनी मोहब्बत को याद कर, अपने रिश्ते को याद कर गीतों को लिखा करते थे। गीत “नजर के सामने जिगर के पास” भी उन्हीं गीतों में से एक है।