Fake ID for Sim: लगातार बढ़ रहे साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार कड़े कदम उठा रही है। इसी के चलते अब हाल ही में एक और नए नियम को लागू कर दिया गया है। जिसके तहत अब कोई भी व्यक्ति फर्जी आईडी से सिम चलाता हुआ पाया जाता है तो उसे 50,000 जुर्माने देना पड़ सकता है। इतना ही नहीं उसे जेल की सजा भी हो सकती है। इस नियम के बाद साइबर क्राइम को काफी हद तक रोका जा सकेगा।
इतना ही नहीं आज हर यूजर किसी ना किसी मैसेंजर प्लेटफार्म का उपयोग करता है। ऐसे में आप इन मैसेंजर प्लेटफार्म को भी आप फर्जी तरीके से इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। यदि ऐसा करते हुए पाए गए तो इसके तहत भी आप को जेल और जुर्माना भरना पड़ सकता है। यह नियम व्हाट्सएप, टेलीग्राम और भी अदर मैसेंजर के लिए एक समान है। चलो आपको विस्तार से बताते हैं इस नए नियम के बारे में।
टेलीकॉम बिल 6-10 महीनों में होगा लागू
बता दें कि इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट पर नजर डाले तो अब सिम कार्ड को लेकर किसी भी तरीके का फर्जीवाड़ा यदि सामने आता है तो उक्त व्यक्ति को जेल की सजा के साथ 50000 का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है। गौरतलब है कि बहुत से मामलों में देखा गया है कि कोई भी यूजर किसी की भी आईडी पर सिम कार्ड ले लेता है और फिर उसका उपयोग करता है। लेकिन अब ऐसा करना दंडनीय अपराध हो गया है।
इस नियम के अनुसार अब आप मैसेंजर एप्लीकेशन का उपयोग करते समय भी अपनी ओरिजिनल पहचान को नहीं छुपा सकते हैं सरकार का यह कहना है कि अब व्यक्ति को इस बात की जानकारी होना चाहिए कि वह किससे बात कर रहा है। इस नए नियम को लेकर सरकार का मानना है कि इससे साइबर क्राइम में भी कमी देखने को मिलेगी और हर हाल में युवक को अपनी पहचान बताने ही होगी।
इस बारे में दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा भी कहा गया है कि यहां कदम साइबर क्राइम जैसे अपराधों को रोकने के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। इतना ही नहीं आने वाले समय में मैसेंजर एप्लीकेशन सिग्नल व्हाट्सएप टेलीग्राम को भी केवाईसी करवाना अनिवार्य कर दिया गया है इतना ही नहीं इस बात की भी जानकारी ताजा कर दी गई है कि यहां पूर्ण रूप से 6 से 7 महीने के बीच में लागू कर दिया जाएगा।