देवगढ़ की भावना पालीवाल आज सिर्फ उनके गांव में ही नहीं बल्कि अपनी सेवा भावना के कारण आसपास के सभी शहरों में प्रसिद्ध हो चुकी हैं। दरअसल,भावना महेश पालीवाल देवगढ़ की रहने वाली है जो जरूरतमंदों की मदद इसलिए करती हैं ताकि उनके बदन को कपड़ों का सहारा मिल जाए इंदौर मेरी पहचान रिपोर्ट के अनुसार पिछले वर्ष भावना इंदौर में कंबल वितरण करने निकली तो भावना ने देखा कि कई लोग ऐसे हैं जिनके बदन पर कपड़े तक नहीं है और कड़कती ठंड में वह बिना कपड़ों के ठिठुर रहे हैं यह देख कर भावना का मन व्यथित हो गया जिसके बाद भावना ने ठान लिया कि कपड़ा बैंक का निर्माण करेंगी और जरूरतमंदों को अपनी सेवाएं देंगी।
जब भावना ने ठान लिया कि वह कपड़ा बैंक खोलेंगे लेकिन उनके पास ना तो फंड की उपलब्धता थी और ना ही लोगों का सहयोग उन्होंने लोगों से संपर्क करना शुरू किया जैसे जैसे वह संपर्क करती गई लोग उन से जुड़ते गए फिर उन्होंने सोशल मीडिया का सहारा लिया जिसके जरिए वह कई लोगों से जुड़ गई उन्होंने लोगों से अपील की कि वह पुराने कपड़ों को फेंके ना कपड़ा बैंक में उन कपड़ों को जमा करा दें जिसके बाद कई लोगों के प्रयास करने के बाद कपड़ा बैंक में कपड़े जमा होने लगे और धीरे-धीरे यह कारवां आगे बढ़ता गया।
भावना पालीवाल ने लोगों से अपील की कि वह कपड़ों को फेंके नहीं और पुराने कपड़ों को कपड़ा बैंक में जमा करवाने की कोशिश करें जिससे वह कपड़े उन लोगों के पास जाएंगे जिन्हें इसकी सख्त जरूरत है भावना मोबाइल वैन के जरिए गांवों में उन सभी कपड़ों को पहुंचाती है लेकिन उससे पहले उन कपड़ों को कपड़ा स्टोर में धोया जाता है उसे आयरन किया जाता है जिसके बाद सभी कपड़ों के साइज को अलग अलग किया जाता है और उन कपड़ों के सेट बनाकर अलग-अलग गांवों में पहुंचाया जाता हैं फिर सभी गांव वालों को उनके साइज के हिसाब से कपड़ों का वितरण किया जाता है यह प्रक्रिया लंबी जरूर है लेकिन वे सभी कमजोर गांव जहां पर लोगों के पास पहनने के लिए कपड़े उपलब्ध नहीं हो पाते हैं उन सभी की पूर्ति करने के लिए यह काफी होता है और सोशल मीडिया इसका सबसे बड़ा साधन बना जिसने भावना पालीवाल की इस कोशिश को सफल बनाया।
भावना पालीवाल की सफल कोशिश के बाद आज लगभग पांच हजार जरूरतमंदों को कपड़े वितरण किए गए हैं भावना पालीवाल की अपील अपील है कि वह उन जरूरतमंद गांवों में जाकर स्वयं कपड़े वितरण कर सकते हैं उनके आने और जाने का खर्चा भावना द्वारा ही दिया जाएगा जिसके चलते राजस्थान और देवगढ़ एवं आसपास के सभी छोटे गांव और छोटे क्षेत्रों में आज कपड़ों का वितरण किया जा रहा है और यही नहीं आज घर घर घर के लोग भावना पालीवाल को कोशिश को प्रेरणा स्रोत मान रहे हैं भावना पालीवाल की इस कोशिश के लिए जरूरतमंदों को बदन पर कपड़े की पूर्ति हो रही है जिसके चलते भावना आज अपनी अलग ही पहचान बनाए हुए समाज के सामने उभर कर आ रही हैं भावना पालीवाल के जज्बे को हर कोई सराह रहा है।