मुंबई की सड़कों पर पेन बेचने से लेकर जेल जाने तक, संघर्ष से भरा रहा कॉमेडियन जॉनी लीवर का जीवन

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हिंदी सिनेमा के जाने-माने कलाकारों मशहूर कॉमेडियन जॉनी लीवर आज किसी की पहचान के मोहताज नहीं है उन्होंने अपनी शानदार कॉमेडी और अदाकारी के चलते बॉलीवुड इंडस्ट्री के अंदर अपना एक अलग ही मुकाम बनाया है। जॉनी ने हिंदी सिनेमा में कदम रखने के बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा फिर पिछले चार दशकों से लोगों को अपनी कॉमेडी से इंटरटेन करते आ रहे हैं। अनगिनत फिल्मों में नजर आ चुके अभिनेता अपने अब तक के करियर में कई तरह के रोल निभा चुके हैं।

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Johnny Lever Birthday

लेकिन हिंदी सिनेमा में उनका इतना बड़ा सफर तय करना कभी भी आसान नहीं रहा अपने जिंदगी के शुरुआती दिनों में कई पापड़ बेलने के बाद जॉनी लीवर हिंदी सिनेमा में अपनी अदाकारी दिखा पाए तो चलो आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें आपको बताते हैं जिसे सुन आप को भी काफी हैरानी होगी। 14 अगस्त साल 1957 में जन्मे जॉनी लीवर अपने अब तक के करियर में 350 से ज्यादा फिल्मों में नजर आ चुके हैं और इस दौरान उन्होंने ज्यादातर कॉमेडियन का रोल किया है।

पिछले लंबे समय से हिंदी सिनेमा का हिस्सा रहे जॉनी लीवर अपनी अदाकारी के लिए कई बार सम्मानित भी किए जा चुके हैं बता दें कि उनकी गिनती उन बड़े कलाकारों में होती है जिन्होंने अपने अब तक के करियर में 13 बार फिल्मफेयर अवार्ड अपने नाम किया है जो कि एक कलाकार के लिए बहुत बड़ी बात होती है। आंध्र प्रदेश के तेलुगू क्रिश्चियन परिवार में जन्मे जॉनी लीवर एक मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं और यही कारण रहा कि उन्हें अपने बचपन के दिनों में ही कई बड़े संघर्ष करने पड़े थे।

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अभिनेता काफी गरीबी में पले बढ़े हैं कब घर में बड़े होने के कारण उन्होंने सातवीं क्लास के बाद में अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी बता दें कि उनके दो भाई और 3 महीने और भी है। वही उनके पिता इतना पैसा नहीं कमा पाते थे कि सभी को पढ़ा सके और सभी की परवरिश अच्छे से कर सकें ऐसे में अभिनेता ने घर के जिम्मेदारियों को समझते हुए खुद ही काम करना चालू कर दिया। लेकिन ज्यादा पढ़े लिखे ना होने के कारण उन्हें इतनी अच्छी नौकरी भी नहीं मिल सकी इसलिए उन्होंने मुंबई की सड़कों पर पेन बैचना चालू कर दिए थे।

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दिन भर गली मोहल्लों में भटकने के बाद जॉनी लीवर 5 रूपए कमरिया करते थे जिससे कुछ हद तक उनके घर चलाने में राहत मिला करती थी। कुछ समय तक सड़कों पर पेन बेचने का काम करने के बाद जॉनी लीवर को उनके पिता ने उनकी कंपनी में ही काम पर लगा लिया। अभिनेता को मिमिक्री करने का शौक बचपन से ही था तो वह अपने फ्री समय में कंपनी से जुड़े लोगों को मिमिक्री सुनाया करते थे। ऐसे में वे लोगों के बीच में काफी ज्यादा पॉपुलर हो गए। अभिनेता धीरे-धीरे स्टैंड अप कॉमेडी करने लगे।

ऑल इज द रानी जॉनी लीवर पर सुनील दत्त की निगाह पड़ी और उन्होंने अभिनेता के अंदर छुपा एक कलाकार देख लिया और उन्हें फिल्म में काम करने का मौका दिया। जॉनी लीवर ने बतौर फिल्म ‘दर्द का रिश्ता’ से बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने कदम रखे। इसके बाद अभिनेता को कई फिल्में ऑफर हुई उन्होंने अपनी दूसरी फिल्म जाने माने कलाकार नसरुद्दीन शाह के साथ में की थी। जिसमें वे फ़िल्म ‘जलवा’ में साथ दिखाई दिए थे। इसके बाद अभिनेता एक के बाद एक कई फिल्मों में नजर आते गए और उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपना बड़ा नाम बना लिया।

जॉनी लीवर के नाम पर एक बड़ा रिकॉर्ड भी दर्ज है बता दे कि उन्होंने साल 2000 के दौरान एक ही साल में तकरीबन 25 फिल्मों में काम किया था। इतना ही नहीं जॉनी लीवर एक बार जेल की हवा भी खा चुके हैं बता दें कि साल 2008 के दौरान उन पर तिरंगे का अपमान का आरोप लगा था जिसके कारण उन्हें पूरे 7 दिन जेल में रहना पड़े लेकिन बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया और उनके ऊपर लगे आरोपों को भी हटा दिया गया। जॉनी लीवर अपने परिवार के साथ काफी आलीशान जिंदगी जीते हैं और वह अब भी कॉमेडी और मिमिक्री करते हुए नजर आ जाते हैं।


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