Ishwar Pandey Retirement: क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल में से एक माना जाता है बता दें कि कई युवा खिलाड़ी आज छोटे-छोटे स्तरों से निकलकर इंटरनेशनल मैच के लिए जाते हैं लेकिन हर किसी का टीम में बन पाना और सफल हो पाना इतना संभव भी नहीं आज बहुत से क्रिकेटर ऐसे हैं, जो रणजी ट्रॉफी में काफी अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी आगे नहीं बढ़ पाए।
इतना ही नहीं कई खिलाड़ी तो ऐसे भी हैं। जिन्होंने IPL में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया। इंटरनेशनल टीम में भी उन्हें जगह मिली लेकिन वह अपनी क्रिकेट करियर को ज्यादा लंबा नहीं ले जा सके। आज हम एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिन्होंने हाल ही में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज ईश्वर पांडे की जिन्होंने बहुत कम समय में क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। ईश्वर पांडे की बात की जाए तो उन्होंने आईपीएल के मैच महेंद्र सिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग के साथ में भी खेले हैं। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें बड़ा मौका नहीं मिल पाया जिसका आज भी उन्हें मलाल है।
बता दें कि ईश्वर पांडे को कई बार बड़ी-बड़ी टीम के सामने टीम का हिस्सा भी बनाया गया लेकिन उन्हें डेब्यू करने तक का मौका नहीं मिल पाया। ईश्वर पांडे न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के लिए चुने गए। लेकिन उन्हें बाहर बैठकर ही इंतजार करना पड़ा अब संयास लेने के बाद उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर एक बड़ा नोट जारी किया है। जिसमें उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी लिखी है।
ईश्वर पांडे ने इस बात का दुख जाहिर किया है कि यदि महेंद्र सिंह धोनी कभी उनके बारे में कुछ सोचते और उन्हें मौका मिला होता तो आज वे यहां नहीं होता। हालांकि आगे वे कई मैच खेलेंगे लेकिन अब इंटरनेशनल मैच में उनका करियर समाप्त हो चुका है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पोस्ट में दिक्कत खिलाड़ियों के साथ में मैच के दौरान साथ में रहना काफी गर्व का क्षण बताया है।
अपने आईपीएल करियर में भी ईश्वर पांडे ने कई टीमों के साथ में क्रिकेट खेली है। 35 साल की उम्र में ईश्वर पांडे ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया जबकि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 23-24 साल के बीच में ही कर दी थी। ईश्वर पांडेय के करियर की बात करें तो उन्होंने 75 फर्स्ट क्लास मैच में 263 विकेट लिए है। 71 टी20 मैच 68 विकेट तो वहीं उन्होंने IPL में 25 मैच में 18 विकेट लिए लेकिन उन्होंने मध्य प्रदेश टीम को रणजी टॉफी की जिताई उन्होंने खेले तीन मैच में 11 विकेट लिए थे। मध्य प्रदेश की टीम पहली बार रणजी ट्रॉफी जीती थी।