हिंदी सिनेमा में बहुत से कलाकार आए और चले गए। कई तो ऐसे भी हैं जिन्होंने बॉलीवुड में रहते हुए बड़ा नाम कमाया जिसके चलते आज भी उन्हें उनकी अदाकारी के लिए पहचाना जाता है। आज हम जिस कलाकार के बारे में बात करना चाह रहे हैं उनके लिए बॉलीवुड सफर तय करना इतना ज्यादा आसान नहीं था।
लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर आज अपना बड़ा नाम कमाया है। जब भी फिल्म इंडस्ट्री में योगदान की बात की जाएगी तो इन जनाब का भी नाम बड़े सम्मान के साथ में लिया जाएगा जी हां ऐसे ही कलाकार के बारे में बात करने जा रहे हैं जिन्होंने अपने जीवन में बड़े संघर्षों का सामना किया। लेकिन इसके बाद अपने पैरों पर खड़े होकर उन्होंने साबित कर दिया कि समस्या बड़ी नहीं होती समस्या को हराने वाला भी होना चाहिए।
दरअसल, हम बात कर रहे हैं जनाब कादर खान की जिन्होंने हिंदी सिनेमा में रहते हुए अनगिनत किरदार निभाए लेकिन सभी किरदारों में उनकी अदाकारी देखने लायक रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं बॉलीवुड के इस सितारे को यहां तक पहुंचने के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ा तो चलो आज हम आपको कादर खान के जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताते हैं जिनसे शायद आप आज तक जाग रहे होंगे। कादर खान साहब अफगानिस्तान से थे।
लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी अदाकारी से सभी लोगों का दिल जीता। लेकिन अभिनेता के जीवन में एक समय ऐसा भी आया था कि उन्हें अपना पेट पालने के लिए सड़कों पर भीख मांगना पढ़ाती थी। या कहने में और सुनने में बेहद ही अचंभित करने वाला लगता है लेकिन यह सही है कादर खान ने अपने शुरुआती दिनों में काफी परेशानियों का सामना किया। लेकिन इसके बाद में उनकी मां ने हार नहीं मानी और उन्हें पढ़ाया ताकि हमेशा ऐसा काम नहीं करना पड़े।
ऐसा नहीं है कि पढ़ाई-लिखाई करके कादर खान साहब ने सीधे ही बॉलीवुड इंडस्ट्री की ओर अपना रुख कर लिया था उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखने से पहले कई तरह के काम भी की है बता दे कि एक समय ऐसा था कि वह प्रोफेसर हुआ करते थे। लेकिन उन्होंने एक बार हिंदी सिनेमा में अपने कदम रखे जिसके बाद कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा इस दौरान उन्होंने अपनी अदाकारी से दौलत और शोहरत दोनों ही खूब कमाई इतना ही नहीं आज उनका बॉलीवुड इंडस्ट्री में बहुत बड़ा नाम है और उन्होंने अपनी अदाकारी से हिंदी सिनेमा में बड़ा योगदान दिया है।
अदाकारी के साथ-साथ अभिनेता को लिखने का भी काफी ज्यादा शौक था यही कारण है कि उन्होंने हिंदी सिनेमा की ढाई सौ से ज्यादा फिल्मों के लिए डायलॉग लिखे हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में 300 से ज्यादा फिल्मों में अपनी अदाकारी दिखाई है। साल 1973 में अभिनेता राजेश खन्ना की फिल्म ‘दाग’ से अपने कदम रखे थे। कादर खान को फिल्मों में लाने का काम राजेश खन्ना और दिलीप कुमार ने किया था।
इस बात को सभी जानते हैं कि कादर खान साहब ने अपने अदाकारी के साथ-साथ अपनी लेखनी को भी काफी तवज्जो दी थी उन्होंने कई नाटकों के लिए भी लिखा है इतना ही नहीं उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट भी लिखी है बता दे कि वह अपने लिखे नाटक ‘ताश के पत्ते’ में एक्टिंग कर रहे थे। इस दौरान ही दिलीप मैं कादर खान को अभिनय करते हुए देखा था।
बता दें कि कादर खान को अपनी पहली स्क्रिप्ट से 1500 रुपए मिले थे। यह फिल्म थी ‘जवानी दीवानी’, कदर खान के साथ इस फिल्म में इंदर राज आनंद भी स्क्रिप्ट राइटर थे, यह फिल्म अपने दौर की सुपरहिट फिल्मों में से एक रही है। लेकिन बॉलीवुड इंडस्ट्री के लिए दुख भरा दिन तब आया जब अचानक थी बॉलीवुड के इस नायाब सितारे ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। बता दें कि कादर खान साहब ने साल 2018 में अपनी अंतिम सांसे ली।