देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं तेजीबढ़ रहे संक्रमितों के कारण अस्पताल में बेड की भी लगातार किल्लत हो रही है। वहीं ऑक्सीजन की भी भारी कमी आ रही है। ऐसे में सरकार के साथ ही आम लोग भी अब मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
इस दौर में लोगों की इंसानियत भी देखने को मिल रही है। कोई ऑक्सीजन भरने का काम कर रहा है तो कोई लोगों को अस्पताल से लेकर भोजन तक की व्यवस्था कर रहा है। देश की लगातार बिडती परिस्थितियों में आम लोगों का इस तरह से सेवा करना सभी का दिल जीत रहा है। सभी इस दौर में कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं।
ताकि इस वायरस से निजात मिल सके, बता दें कि पिछले दो साल में हमने लाखों लोगों को खोया है। लेकिन इस बार कोरोना की दूसरी लहर कुछ ज्यादा ही प्रभावित कर रही हैं। जिसने सभी को परेशानी में डाल दिया है। पिछले 24 घंटे में 3.50 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। जो चिंता का विषय है। लेकिन जब सभी का साथ होगा तो जरूर इस वायरस से जंग जीत जाएंगे।
छात्राओं को सभी का सलाम
आपने अब तक कई कलाकारों और बड़े उद्योगपति को लोगों की मदद करते हुए देखा होगा। लेकिन आज हम जिनके बारे में आपको बताने जा रहे हैं। उनकी सेवा करने के तरीके को जान आप भी सेवा करने के लिए आपको प्रेरित करने लगेगा। दरअसल, कोरोना के इस दौर में ऑक्सीजन की आने वाली किल्लत को दूर करने और लोगों की सहायता के लिए बेंगलुरु के एक निजी स्कूल ग्रीनवुड हाई इंटरनेशनल स्कूल की 10वीं कक्षा की दो छात्राओं, स्नेहा राघवन और श्लोका अशोक लोगों से पैसे जुटा कर जरूरतमंद लोगों के लिए ऑक्सीमीटर जुटा रही हैं।
बता दें कि दोनों छात्राओं ने 24 घंटे करीब 2 लाख रुपए जुटा कर जरूरतमंद परिवारों को लगभग ऑक्सीजन के 300 ऑक्सीमीटर दान किए। दोनों छात्राओं ने इन ऑक्सीमीटर को एक निजी संस्था को दान दिए हैं। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की सहायता की जा सके। इतना ही नहीं दोनों छात्राओं ने अपने इस नेकी के काम को बड़ा रूप देने के लिए पोस्टर भी बनाए है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जा सके।