Demonitisation 2.0: शुक्रवार 19 मई को भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बड़ा फरमान जारी किया जिसमें उन्होंने भारतीय ₹2000 के नोटों को बंद करने का आदेश दिया है। इसका सीधा मतलब यह है कि बैंक से ₹2000 के नोटों की प्राप्ति नहीं होगी जबकि इन नोटों की छपाई 2019 में ही बंद कर दी गई थी। अब सवाल यह उठता है कि क्या इन नोटों पर प्रतिबंध लगा है या इन्हें चलन से बाहर करना है।
शुक्रवार 19 मई को आरबीआई ने एक नोटिस जारी किया जिसमें उन्होंने कहा है कि बाजार में चल रहे ₹2000 के नोटों को वापस लिया जा रहा है। आरबीआई ने बैंक को भी आदेश दिए हैं कि आज दिनांक से कोई भी बैंक ₹2000 के नोट अपने ग्राहकों को नहीं देगा। ऐसे में जनता को यह लग रहा है कि ₹2000 के नोटों का चलन बंद हो रहा है जबकि ऐसा नहीं है। बाजार में ₹2000 के नोट चलन में रहेंगे जोकि 30 सितंबर 2023 तक बैंकों द्वारा लिए जा सकेंगे।
बैन नहीं हुए है नोट
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हालांकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ₹2000 के नोटों की छपाई 2019 में ही बंद कर चुका है लिहाजा इन नोटों को वह बैंकों के माध्यम से वापस लेगा। एक बार फिर आरबीआई के इस फैसले से जनता में डर का माहौल है मुझे आश्चर्य हो रहा है कि आखिर किस वजह से अचानक इन नोटों को चलन से बाहर करने का फैसला लिया गया है। वर्ष 2016 की नोटबंदी के दृश्य एक बार फिर जनता के सामने आने लगे हैं तो आइए जानते हैं इस फैसले को इस समय क्यों लिया गया है।
RBI ने इसलिए लिया फैसला
Reserve Bank of India has advised banks to stop issuing Rs 2000 denomination banknotes with immediate effect though banknotes in Rs 2000 denomination will continue to be legal tender. https://t.co/yLWWpyuahL pic.twitter.com/kPTMqlm1XD
— ANI (@ANI) May 19, 2023
आप सभी को हम यह बताना चाहते हैं कि आरबीआई ने क्यों ₹2000 के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला लिया है। ₹2000 के नोट से पहले ₹1000 के नोट चलन में थे जिसके वजह से जमाखोरी और नकली नोट कब चलन काफी बढ़ गया था। वर्ष 2016 में नोटबंदी आई और बाजार को स्थिर करने के लिए ₹2000 के नोट चलन में आए। जानकारी के अनुसार बड़ी मात्रा में ₹2000 के नकली नोटों और जमाखोरी को देखते हुए सरकार को यह फैसला लेना पड़ा।
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जानकारी के अनुसार पिछले 10 वर्षों में जो भी नकली नोट पकड़े गए हैं उनमें ₹2000 के नोट सबसे अधिक मात्रा में प्राप्त हुए हैं जिस वजह से इन नोटों को बंद करना पड़ा। भारत के वित्त राज्य मंत्री ने संसद में कुछ समय पहले ही ₹2000 के नोट के प्रचलन को कम करने पर बयान दिया था। हालाकी भारतीय वित्त मंत्रालय ने कहा है कि सरकार के इस फैसले पर आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी उन्होंने उचित इंतजाम किए हुए हैं।