कभी बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन के बहुत क़रीबी दोस्त रहे अमर सिंह उनसे बहुत ख़फ़ा थे. एक ख़ास बातचीत में उन्होंने कहा था कि उनके साथ अमिताभ ने सपा मुखिया मुलायम सिंह से भी ज़्यादा बुरा किया. राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो चुके अमर सिंह अपने क़रीबियों के दूर छिटकने का दर्द कुछ ऐसे व्यक्त करते हैं-
है यही प्यार की आबरू, हम वफ़ा करें और वो जफ़ा करें
जो वफ़ा भी काम न आ सके तो बताए कोई हम क्या करें.
इस बातचीत में अमिताभ बच्चन के साथ संबंधों को लेकर उन्होंने कई राज खोले.
पढ़ें क्या कहा था अमर सिंह ने
अमिताभ ने तो मुलायम सिंह से भी ज़्यादा बुरा किया क्योंकि अमिताभ को मैं अपने परिवार का मानता था. उनके साथ मेरे राजनीतिक संबंध नहीं थे.
उन्होंने ऐसा केवल मेरे साथ ही किया, ऐसा नहीं है. गांधी परिवार के साथ उनके तीन पीढ़ियों के संबंध नहीं रहे.
प्रकाश मेहरा, जिन्होंने ‘ज़ंजीर’ फ़िल्म में लेकर उन्हें महानायक बनाया, उनसे उनके संबंध नहीं रहे.
स्वर्गीय सुनील दत्त, जिन्होंने उन्हें ‘रेशमा और शेरा’ में वहीदा रहमान के बराबर का रोल दिया, उनसे संबंध नहीं रहे.
मुंबई की सड़कों पर जब उनके रहने के लिए ठिकाना नहीं था, उन्हें सोने के लिए जिन महमूद ने जगह दी, उनके वो नहीं हुए.
महमूद कहते थे, “अमिताभ जो तुमने मेरे साथ किया और किसी के साथ मत करना. मेरे बाद वफ़ा का धोखा मत और किसी को देना, लोग करेंगे ज़िक्र तेरा तो सर मेरा झुक जाएगा.”
अमिताभ बच्चन ने अमज़द ख़ान के साथ यही किया.
संबंध में खटास की जड़
सबसे पहले उन्होंने कहा कि जो आचरण जया बच्चन ने आपके साथ किया उसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं. आप जया को क्षमा कर दीजिए.
उन्होंने यह भी कहा था कि आप यह ग़लती कर रहे हैं कि जया को राजनीति में ले जा रहे हैं. वो स्थितप्रज्ञ महिला नहीं हैं. वो अपनी किसी एक बात पर कायम नहीं रहती हैं.
उदाहरण के रूप में उन्होंने ‘कभी खुशी कभी गम’ के सेट पर सार्वजनिक रूप से जया बच्चन द्वारा की गई अपनी बेइज़्ज़ती का भी ज़िक्र किया. इस घटना के बाद उन्होंने क़सम खाई थी कि वो उनके साथ कभी अभिनय नहीं करेंगे.
मुझे याद है कि मैं एबी कॉर्प में वाइस चेयरमैन था और मैंने महेश मांजरेकर के साथ ‘विरुद्ध’ फ़िल्म का प्रोजेक्ट बनाया था. हमने सोचा था इस फ़िल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन दंपति के रूप में और अभिषेक बच्चन पुत्र के रूप में काम करेंगे.
अपनी कंपनी की फ़िल्म में अमिताभ बच्चन ने जया बच्चन को लेने से मना कर दिया, तो शर्मिला टैगोर आईं. हमने सोचा शर्मिला टैगोर के साथ सैफ़ अली ख़ान को लेंगे, लेकिन वो भी बड़े हीरो हो गए थे, उन्होंने भी मना कर दिया.
अंबानी के घर भोज
तो हमें जॉन अब्राहम को लेना पड़ा. पूरा कॉन्सेप्ट ही बदल गया. मुझे पता है कि अमिताभ बच्चन ने फिर कभी जया बच्चन के साथ काम नहीं किया.
अमिताभ बच्चन ने मुझसे कहा कि मैं अपनी पत्नी को बेहतर जानता हूं, लेकिन मैंने कहा कि वो हमारी भाभी हैं और वो मुझे बहुत मानती हैं.
लेकिन सार्वजनिक रूप में उन्होंने मुझे बहुत कुछ कहा, जिससे मुझे ठेस लगी.
अनिल अंबानी के यहां एक भोज था. अमिताभ बच्चन ने संदेश दिया कि इस दौरान आप मुझसे मिलें. मैंने कहा कि हमारे आपके संबंध में अनिल अंबानी का क्या काम है, हम सीधे मिल लें.
तब उन्होंने वहाँ कहा कि सहारा के बोर्ड से आप भी निकल गए, मुझे, जया और एश्वर्या को भी निकलवा दिया. आपने सहारा से निकलने के लिए हमें ग़लत सलाह दी और वहां बोनी कपूर को रखवा दिया. आपने कितना ग़लत किया. हम लोग सक्षम लोग हैं और अपनी ज़िंदगी जी सकते हैं.
शाहरुख़ से दुखी
चूंकि वहां अनिल अंबानी बैठे हुए थे इसलिए मैंने नहीं बताया कि जब आप चौतरफ़ा क़र्ज़ में डूबे हुए थे और आप ने कुमार मंगलम बिरला और अंबानी से लेकर बसंत बिरला तक का चक्कर काटा और किसी ने आपको एक पैसा भी नहीं दिया, उस समय आपकी सक्षमता का क्या हुआ.
अभी हाल ही में अमिताभ बच्चन ने एक समारोह में कहा था, “यश चोपड़ा ने मेरी बहुत मदद की थी.”
मुझे याद है कि ‘मोहब्बतें’ की शूटिंग के बाद वो आते थे तो बड़े दुखी रहते थे कि शाहरुख़ ख़ान को ज़्यादा तवज्जो मिल रही है.
उन्होंने मुझे बताया था कि यश चोपड़ा के साथ उन्होंने ‘दीवार’ और ‘कभी-कभी’ बनाई. लेकिन लगता है कि अब हम दोयम दर्जे के नागरिक हैं.
जगजाहिर
अमिताभ बच्चन ने अपनी फ़िल्मी जीवन की तीन ही बातें बताईं हैं. और तीसरी बात है फ़रहान अख़्तर के साथ काम का अनुभव.
फ़रहान अख़्तर ने उनसे कह दिया था, “निर्देशक मैं हूं आप नहीं. आप अपने काम से काम रखिए.” उन्हें यह बड़ा बुरा लगा था.
अमिताभ बच्चन एक अलग घर प्रतीक्षा में रहते हैं, जया बच्चन एक अलग घर में रहती हैं और अभिषेक बच्चन एक अलग घर में रहते हैं.
एक छोटे से परिवार के तीन लोग तीन जगह रहते हैं, यह बात जगजाहिर है, पूरी मुंबई देखती है.