मुंबई. एक्टर सुशांत सिंह राजपूत केस (SSR Death Case) में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सीबीआई जांच को सही ठहराया है. सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय को महाराष्ट्र की उद्धव सरकार (Uddhav Government) के लिए झटके के रूप में देखा जा रहा है. लेकिन महाराष्ट्र सरकार को लगे इस झटके के बीच एक बार फिर शरद पवार (Sharad Pawar) के पौत्र पार्थ पवार (Parth Pawar) ने फैसले का स्वागत किया है. पार्थ पवार राज्य के डिप्टी सीएम अजित पवार (Ajit Pawar) के बेटे हैं.
सीबीआई जांच की मांग के लिए पार्थ को शरद पवार सार्वजनिक तौर पर डांट भी लगा चुके हैं. लेकिन अब एक बार फिर पार्थ पवार ने सीबीआई जांच का स्वागत किया है. इसे लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं कि क्या महाराष्ट्र के सत्ताधारी गठबंधन में कोई नई खिचड़ी पक रही है? क्या अजित पवार एक बार फिर बीजेपी की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ा सकते हैं.
विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद हुआ था नाटकीय घटनाक्रम
गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद जब शिवसेना ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था तब नाटकीय रूप से अजित पवार बीजेपी के साथ मिल गए थे. देवेंद्र फडणवीस ने सीएम और अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ भी ले ली थी. लेकिन फिर कई दिनों तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद अजित पवार की घर वापसी हो गई थी. वो फिर उद्धव सरकार में भी डिप्टी सीएम बनाए गए. अजित के वापस लौटकर आने के पीछे शरद पवार के राजनीतिक रसूख और सूझ-बूझ को जिम्मेदार माना गया था.
शिवसेना ने किया मुंबई पुलिस का बचाव
अब सुशांत सिंह की मौत के बाद महाराष्ट्र सरकार निशाने पर है. मुंबई पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इन सबके बीच अजित पवार के बेटे पार्थ पवार लगातार सीबीआई जांच के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं. जबकि शिवसेना ने मुंबई पुलिस की जांच पर भरोसा जताया है. सामना में संजय राउत ने एक लंबा लेख भी लिखा जिसमें मुंबई पुलिस की जांच को लेकर तर्क दिए गए थे.
शिवसेना और एनसीपी के रिश्तों को लेकर हाल में एक बार और गर्मी देखी गई थी. तब 4 शिवसेना पार्षदों ने एनसीपी जॉइन कर ली थी. इस मामले में भी उद्धव ठाकरे ने नाराजगी जाहिर की थी.
शरद पवार से मिले थे अजित खेमे के दो नेता
बीच में सीबीआई जांच की मांग को लेकर जब शरद पवार ने पार्थ को डांट दिया था तब अजित खेमे के दो नेताओं ने जाकर शरद से मुलाकात भी थी. इन नेताओं ने मुलाकात के बाद कहा था कि परिवार में सब कुछ ठीक है. लेकिन अब एक बार फिर जिस तरह से पार्थ पवार ने ट्वीट किया है उससे लगता है कि भविष्य में महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ देखने को भी मिल सकता है.