फिल्म जगत में कई कलाकार ऐसे हैं जिन्होंने तमाम संघर्षों को करते हुए इंडस्ट्री में अपनी जगह बनाई। लेकिन इसके बाद भी वे लोगों के दिलों में अपनी जगह नहीं बना पाए। वहीं कई ऐसे भी कलाकार थे। जो आज इस दुनिया में मौजूद नहीं है लेकिन इसके बाद भी उन्हें अपनी शानदार अदाकारी के लिए जाना जाता हैं। और उनकी फिल्मों को आज भी लोग देखना पसंद करते हैं। बॉलीवुड इंडस्ट्री में लोगों को कई बड़े कलाकार दिए जिन्होंने अपने रहते हुए कई बड़ी फिल्मों में काम किया और सभी रोल में दर्शकों का दिल जीता।
बॉलीवुड के सबसे मशहूर विलेन
आज हम एक ऐसे ही कलाकार की बात करने जा रहे हैं जो अब इस दुनिया में तो मौजूद नहीं है। लेकिन उन्होंने बॉलीवुड में कई दशकों तक काम किया। और अपनी अदाकारी का लोहा मनवाया। हम बात कर रहे हैं। दिग्गज अभिनेता अमरीश पुरी की जिन्होंने बॉलीवुड की फिल्मों में ज्यादातर विलेन के किरदारों को किया। लेकिन अपनी अदाकारी से उन्होंने सभी का दिल जीता। बॉलीवुड सिनेमा में मशहूर विलेन के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम किया।
बात करें अमरीश पुरी के फिल्मी करियर की तो उन्होंने बॉलीवुड के कई दिग्गज कलाकारों के साथ अभिनय किया। उन्होंने घातक, दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे, चाची 420, कारण अर्जुन, और भी बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों में काम किया। लेकिन क्या आप जानते हैं फिल्मी दुनिया में कदम रखने के लिए मशहूर विलेन अमरीश पुरी ने सरकारी नौकरी को भी छोड़ दिया था। उन्हें एक्टिंग का इतना ज्यादा शौक था कि अच्छी खासी सरकारी नौकरी को छोड़ कर उन्होंने बॉलीवुड में अभिनय करना पसंद किया।
बिमा निगम में करते थे नौकरी
बता दें कि अमरीश पुरी ने करीब 21 साल तक कर्मचारी बीमा निगम में बतौर क्लर्क काम किया था। वहीं इस दौरान उनकी मुलाकात थियेटर और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों से हुई। और इसके बाद ही अमरीश पुरी को फिल्मों में आने का शोक पैदा हो गया। जिसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ पूरी तरह फिल्मों में आने का मन बना लिया जिसमें वे सफल भी रहे।
दरअसल, अमरीश पुरी की मुलाकात सत्येदव दुबे से हुई, जो उस वक्त निर्देशक, अभिनेता और लेखक थे। इसके बाद अमरीश पुरी ने सत्यदेव को अपना गुरु मानते हुए। उनके साथ काम करना चालू कर दिया। जिसके बाद साल 1971 में आई फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ में अमरीश पुरी ने अपनी अदाकारी का जलवा दिखाया। वहीं उनकी अदाकारी लोगों को काफी ज्यादा पसंद आई। और यही से उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपने कदम रख दिए।
फिल्मों के साथ अमरीश पुरी ने कई नाटक में भी अभिनय किया। बता दें कि अभिनेता जो भी किरदार किया करते थे उसमें पूरी मेहनत और लगन से करते थे। वे अपने किरदार में खो जाया करते थे। ताकि देखने वालों को उनका किरदार रियल लगे। उनकी यही काबिलियत थी। जिसके चलते वे लोगों के दिलों में आज भी अपनी पहचान बनाए रखने में कायम है। अभिनेता ने फिल्मों के साथ नाटक में भी अपने अभिनय से सभी का दिल जीता।
उन्होंने एक बार 17 मिनिट तक बिना आंख झप झपाए एक नाटक का रोल कर लिया था। जिसने सभी को हैरान कर दिया था। लेकिन अमरीश पुरी को जहां तक पहुंचने के लिए कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा इसके बाद वह इतने बड़े मुकाम पर पहुंच पाए हैं।