Ramanand Sagar Ramayan Unknown Facts: रामानंद सागर द्वारा रचित रामायण आज भी काफी ज्यादा चर्चाओं में बनी रहती है। बता दें कि इस धारावाहिक में देश ही नहीं पड़ती दुनिया भर में काफी लोकप्रियता हासिल की है। आज भी इसका प्रसारण होता है तो इसे ट्रेन पर ही देखा जाता है। आज भी रामायण की टीआरपी हर धारावाहिक को पीछे छोड़ देती है। 80 के दशक में रामानंद सागर द्वारा रचित रामायण उस जमाने में भी काफी रिकॉर्ड बनाए थे।
साल 1987 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुई रामायण में उस जमाने में करोड़ों लोगों के बीच पहचान बनाई इस दौरान आपको भगवान राम के किरदार में अरुण गोविल वहीं माता सीता के किरदार में दीपिका चिखलिया नजर आई। इतना ही नहीं अरविंद त्रिवेदी द्वारा रावण का किरदार निभाया था। रामानंद सागर के बाद और भी कई लोगों द्वारा रामायण को बनाया गया लेकिन सबसे पहले रामायण की जो लोकप्रियता है। उसे आज भी कोई नहीं तोड़ पाया है।
रामायण में किरदार निभाते हुए अरुण गोविल ने घर-घर में भगवान श्रीराम की लोकप्रियता हासिल कर लिया आज भी लोगों में भगवान के रूप में पूजते हैं। इतना ही नहीं माता सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया को भी लोग माता सीता के रूप में ही देखते हैं। आज दोनों कलाकार कहीं भी जाते हैं तो आज भी लोगों ने भगवान की नजरों से ही देखते हैं। गौरतलब है कि रामायण तो आप सभी ने देखी हो लेकिन क्या आपको पता है उस समय में रामायण के 1 एपिसोड को बनाने में कितना खर्चा आता था।
55 देशों में हुआ था टेलीकास्ट
चलो आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि रामायण को बनाने में कितना खर्चा आता था और इससे कितनी कमाई होती थी खबरों के अनुसार 80 के दशक में 1 एपिसोड बनाने के लिए रामायण के मेकर्स को तकरीबन 9 लाख रुपए खर्च करने पड़ते थे। इतना ही नहीं बताया जाता है कि उस समय 1 एपिसोड से तकरीबन 40 लाख रुपए की कमाई भी हो जाया करती थी क्योंकि रामायण को देखने वालों की संख्या करोड़ों में थी।
आपको बता दें कि रामायण के 78 एपिसोड बने हैं तो इस अनुसार आप अनुमान लगा सकते हैं कि उस जमाने में रामायण को बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए गए लेकिन एक रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि रामायण को बनाने के बाद मेकर्स द्वारा तकरीबन 30 करोड़ रुपए की कमाई की गई जो कि उस जमाने में बहुत ज्यादा थी। रामायण आज भ भी प्रसारित होती है तो लोग उसे पहले की तरह ही देखना पसंद करते हैं। बड़ी बात यह है कि रामायण को देश से नहीं इसके अलावा 55 और देशों में टेलीकास्ट किया गया था।
देखा जाए तो आज भी बहुत से धारावाहिक शो टीवी पर प्रसारित होते हैं। लेकिन रामायण का कोई जवाब नहीं आज भी रामायण को देखने वालों की संख्या पहले से ज्यादा बढ़ चुकी है लोग इसे जितनी बार प्रसारित करते हैं। उतनी बार ही देखना पसंद करते हैं। बता दें कि महामारी के दौरान मिली रामायण का प्रसारण किया गया था। जब भी इसकी टीआरपी काफी ज्यादा देखने को मिली थी उस समय भी रामायण में रिकॉर्ड बनाए थे इतना ही नहीं आज भी बहुत से चैनल पर रामायण का प्रसारण होता है जिन्हें देखने वालों की संख्या बहुत ज्यादा है।